पीलीभीत के गजरौला कलां स्थित नूरी जामा मस्जिद में जुमे की नमाज़ के बाद एसडीएम पीलीभीत को मौलाना मोहम्मद नसरुल्ला ख़ान(इमाम नूरी जामा मस्जिद गजरौला कलां),मौलाना शाकिर नूर ख़ान मौलाना फिरोज़ खान वा आईएमसी के पूर्व ज़िला प्रभारी श्री ज़ाकिर नूर तहसीनी, डॉक्टर हाशिम खान, डॉक्टर नाजिम खान, गुलसाद खान, मौलाना अमानत रसूल खान , सैफ खान, इकरार खान वा कस्बे के सैकड़ों लोगों ने राष्ट्रपति महोदया के नाम संबोधित ज्ञापन एसडीएम को दिया जिस में बताया गया है कि हल्द्वानी में मस्जिद वा मदरसे पर गैर क़ानूनी तौर पर बुलडोजर चलाया गया है और वहां के मुसलमानों को बिला वजह प्रशासन के द्वारा परेशान किया जा रहा है।
वहीं दिल्ली के मसौली शरीफ में मस्जिद पर अवैध तरीक़े से बुलडोजर चलाया गया और मुफ्ती सलमान अज़हरी साहब को रिहा करने की मांग की गई है।
और ज्ञापन में प्लेसिस ऑफ वरशिप एक्ट 1991 का वर्णन किया गया है जो कहता है की जो मस्जिद या दरसगाह या इबादत गाह जहां पर है वहीं पर रहेगी लेकिन उसकी पामाली हो रही है ज्ञानवापी वा मथुरा उसका उदाहरण है। हमारी मांग को तत्काल लागू किया जाए
पीलीभीत से जिला संवाददाता सर्वेश कुमार की रिपोर्ट