उज्जैन के शिप्रा नदी रामघाट पर प्रतिदिन बड़ी संख्या में अलग-अलग राज्यों से भक्त और श्रद्धालु अपने परिवार के सदस्यों के साथ पहुंचते हैं और शिप्रा नदी में स्नान कर पूजा अर्चना देव दर्शन और उज्जैन शहर के प्रमुख देव स्थान में पहुंचकर पूजा अर्चना करते हैं और परिवार के सदस्यों के साथ उज्जैन शहर में घूमते हैं और फिर अपने घरों को जाते हैं पर शिप्रा नदी पर कई बार अलग-अलग राज्यों से आने वाले भक्तों श्रद्धालुओं के मासूम बच्चे खो जाते हैं और वह अपने माता-पिता परिवार के सदस्यों से बिछड़ कर भटक जाते हैं पर शिप्रा नदी रामघाट पर पुलिसकर्मी और नगर सैनिक पीड़ित परिवार की सुनवाई तुरंत करते हैं
और मासूम बच्चों को नदी में डूबने से बचना हो या फिर मासूम बच्चों को माता-पिता से बिछड़ जाने के दौरान ढूंढना हो तुरंत पुलिस कर्मी और नगर सैनिक जो शिप्रा नदी रामघाट पर ड्यूटी पर उपस्थित रहते हैं वह आम नागरिक जनों की समस्या परेशानी को सुनकर समाधान करते हैं राजस्थान से आए हुए परिवार का मासूम बच्चा हो गया था तुरंत सुनवाई हुई और बच्चा मिल गया माता-पिता और साथियों का चेहरा खुशी से भर गया और कहने वालों की उज्जैन पुलिस नगर सैनिक आम नागरिक की सुनवाई तुरंत करती है और समस्या परेशानी का समाधान भी तुरंत कर देती है