हड़ताली मनरेगा कर्मचारियों को जि. पं. अध्यक्ष महोदया के प्रतिनिधि के द्वारा इनके मांगो को मुख्यमंत्री के पास पहुचाने का दिया गया आश्वासन
*प्रतापपुर से सत्यम पटेल की रिपोर्ट*
महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के अंतर्गत कार्यरत सभी कर्मचारियों के द्वारा 2 सूत्रीय मांगों को लेकर 4 अप्रैल 2022 से हड़ताल एवं धरना पर हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि श्री शिवभजन सिंह मरावी के द्वारा आज दिनांक 21 अप्रैल 2022 को धरना स्थल के मंच पर आकर मनरेगा कर्मचारियो के मांगो को माननीय मुख्यमंत्री महोदय तक पहुंचाने कर दिया गया आश्वासन। उनके द्वारा बताया गया कि मनरेगा कर्मचारी हड़ताल पर जाने पर लाखों मजदूरों को मजदूरी नहीं मिल पा रही है। जिससे मजदूरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
इसी क्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष महोदया श्रीमती राजकुमारी मरावी के द्वारा माननीय श्री भूपेश बघेल मुख्यमंत्री महोदय जी को इनकी 2 सूत्री मांगे जैसे 1. चुनावी घोषणा पत्र को आत्मसात करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जावे। 2. नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होते तक रोजगार सहायकों का ग्रेड पे निर्धारण कर समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू किया जावे। जिससे इनकी मांगों पर मुख्यमंत्री महोदय जी को अवगत कराने का दिया गया आश्वासन । ताकि मनरेगा कर्मचारियों की वापसी के बाद मनरेगा मजदूरों को प्रति दिवस उनको मजदूरी मिल सके।
छत्तीसगढ़ मनरेगा कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष के द्वारा बताया गया कि मनरेगा कर्मचारियों के द्वारा अपने मांगों को लेकर हड़ताल में चले जाने से पूरे प्रदेश के मनरेगा मजदूरों को रोजगार के लाले पड़ गए हैं। आलम यह है कि आज की तारीख में सूरजपुर जिला में मनरेगा अंतर्गत एक भी मजदूरों को काम नहीं मिला है। जबकि पूरे प्रदेश में मनरेगा के तहत 4299897 परिवार पंजीकृत हैं एवं 10049404 मजदूर पंजीकृत हैं।