भारत tv24×7 न्यूज चैनल रिपोर्टर – सैफ अली
बलरामपुर, 17 नवंबर 2024/ बलरामपुर के दहेजवार इलाके में 15 नवंबर को पुलिस ने तीन नरकंकाल बरामद किए थे, जो एक खौ़फनाक मर्डर केस से जुड़ी हुई थी। मामले में शनिवार को पुलिस ने बड़ा खुलासा किया और झारखंड से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मुख्तार अंसारी निवासी बरगढ़ (परसवार)जिला गढ़वा का रहने वाला है पुलिस पूछताछ में हत्या की पूरी साजिश का खुलासा किया और अपना जुर्म कबूल कर लिया। यह मर्डर लव अफेयर के चलते किया गया था। आरोपी मुख्तार अंसारी का भाई आरिफ अंसारी ब्लाक कुसमी में ठेकेदारी का काम करता था इसकी आमदनी अच्छी थी वहीं आरोपी मुख्तार अंसारी खेती बाड़ी के अलावा कबाड़ का काम करता था। भाई आरिफ का मृतिका महिला की नाबालिग बेटी के प्रेम संबंधों को लेकर परेशान था, और इस विवाद के कारण उसने मां, बेटी और बेटे की कुल्हाड़ी (टांगी) से मारकर बेरहमी से हत्या कर दी।
आरोपी ने भाई के लिए किया हत्या
आरोपी मुख्तार अंसारी का भाई आरिफ अंसारी मृतक महिला की नाबालिग बेटी से प्रेम करता था और उस पर पैसा खर्च करता था। जब आरोपी मुख्तार अंसारी ने भाई आरिफ अंसारी को घर में रुपए देने के लिए कहा तो आरिफ अंसारी रुपए देने से मना कर दिया आरोपी मुख्तार अंसारी का मानना था कि इसी वजह से उसका भाई घर पर रुपए नहीं भेज रहा है जबकि उसके पिता का इलाज करना था आरोपी मुख्तार अंसारी झाड़-फूंक का काम करता था और इसी रंजिशवश उसने छोटे भाई की नाबालिक प्रेमिका, उसकी मां व मासूम भाई मिंटू को 27 सितंबर को दोपहर को झाड़-फूंक के बहाने कुसमी बाजार से जिला बलरामपुर ले आया। चूंकि झाड़-फूंक के कारण वह भी अपने भाई आरिफ अंसारी के साथ पहले मृतिका के घर जा चुका था इस वजह से तीनों उसके साथ चले गए थे।तीनों को लेकर वह बलरामपुर के ग्राम दहेजवार स्थित नरकंकाल मिलने वाली स्थान के पास बनी एक झोपड़ी में पहुंचा। रात के झोपड़ी में सोते समय कुल्हाड़ी से तीनों को सिर सहित शरीर के अन्य हिस्से पर ताबड़तोड़ प्रहार कर मार डाला,फिर उनके शव को बहते पानी वाले खेत में फेंक दिया और फरार हो गया। आशंका जताई जा रही है कि पानी की वजह से तीनों के शरीर के अंग सड़कर बहते चले गए और बदबू तक नहीं आई।
पुलिस ने सीसीटीवी और गुमशुदगी रिपोर्ट से पकड़ा आरोपी
15 नवंबर को पुलिस को तीन नरकंकाल मिले थे, जिसकी जांच में मर्डर की बात सामने आई। बलरामपुर पुलिस ने गुमशुदा लोगों की रिपोर्ट खंगालनी शुरू की, जिसमें कुसमी के एक ही परिवार के तीन सदस्य गायब पाए गए। इसके बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज को खंगाला, जिसमें आरोपी इन तीन गुमशुदा लोगों के साथ दिखा। जांच के दौरान पता चला कि आरोपी झाड़-फूंक का काम करता था और पुलिस ने उसे झारखंड के गढ़वा से गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी की गिरफ्तारी और खुलासे
पुलिस ने कड़ी पूछताछ के बाद आरोपी से हत्या की वजह का खुलासा कराया। उसने बताया कि वह अपने भाई के खर्चों से परेशान था, क्योंकि उसका भाई महिला की नाबालिग बेटी के प्रेम प्रसंग में अपनी सारी कमाई खर्च कर देता था। इससे वह घर में पैसा नहीं दे पा रहा था, और इसी कारण उसने परिवार के तीनों सदस्यों को मारने की योजना बनाई।
अंतिम संस्कार में भावनात्मक दृश्य
16 नवंबर को जशपुर जिले के बंदरचुवां गांव में मृतिका कौशल्या ठाकुर, उसकी बेटी मुस्कान ठाकुर और बेटे मिंटू ठाकुर का अंतिम संस्कार किया गया। बंदरचुवां मृतिका का मायका था, और यहां उनके पति सूरजदेव ठाकुर ने अपनी पत्नी और बच्चों को मुखाग्नि दी। अंतिम संस्कार के दौरान पूरे गांव में शोक का माहौल था, और तीनों की एक साथ चिता जलते देख लोग भावुक हो गए। समाज के लोग और आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में लोग इस अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
परिवार की मांग: दोषियों को फांसी की सजा मिले
मृतिका कौशल्या ठाकुर के परिवार ने पुलिस से दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की है। मृतिका के पिता महेश श्रीवास, जो एक वकील हैं, और उनकी बहन रिंकी श्रीवास ने दोषियों को फांसी की सजा देने की मांग की। उनका कहना है कि यह एक निर्दयी कृत्य था और परिवार के लिए न्याय मिलना चाहिए।
आगे की जांच और नए खुलासे की संभावना
बलरामपुर के एसपी ने बताया कि इस केस की आगे की जांच के बाद और भी खुलासे हो सकते हैं। आरोपी को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर भेजा गया है, जहां उससे और पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने यह भी कहा कि इस मामले में नए तथ्यों की संभावना बनी हुई है और मामले की पूरी तरह से तहकीकात की जाएगी।
निष्कर्ष
बलरामपुर का यह त्रासदिक मर्डर केस एक जटिल और दिल दहला देने वाली घटना है, जहां एक लव अफेयर के कारण पूरे परिवार की हत्या कर दी गई। पुलिस की तत्परता से आरोपी पकड़ा गया, लेकिन इस केस ने समाज में एक गंभीर सवाल खड़ा किया है कि प्यार और धन की चाहत में लोग किस हद तक जा सकते हैं। मृतकों के परिवार की मांग है कि इस जघन्य अपराध को लेकर दोषियों को कड़ी सजा मिले, ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।