फाइलेरिया से बचाव के लिए साल में जरूर करे एक बार दवा का सेवन-सीएमओ डा गीता राम
इटावा -राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत एक होटल में स्वास्थ्य विभाग के तत्वधान में सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार)के सहयोग से एक दिवसीय मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन हुआ। कार्यशाला की अध्यक्षता कर रहे मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ गीता राम ने सभी प्रतिभागियों को एमडीए अभियान को लेकर अपनी सहभागिता निभाने की शपथ दिलाई।
*कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ गीता राम ने कहा कि देश को वर्ष 2030 तक फाइलेरिया मुक्त बनाने की दिशा में सरकार निरंतर प्रयास कर रही है। इसके लिए जनपद में भी तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। इसी के तहत 10 अगस्त से जनपद के सभी ब्लॉक व नगरीय क्षेत्रों में एमडीए राउंडसंचालित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि फाइलेरिया (फीलपाँव या हाथीपाँव) वाहक मच्छर क्यूलेक्स के काटने के बाद इसके लक्षण पांच से 15 साल के बाद दिखाई देते हैं। इसलिए एक साल से ऊपर के सभी बच्चों, किशोर-किशोरियों, वयस्कों, वृद्धजनों को फाइलेरिया से बचाव की दवा जरूर खानी चाहिए। यह दवा स्वास्थ्य कर्मियों और आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा घर-घर जाकर खिलाई जाएगी। स्वास्थ्य कर्मी और आशा कार्यकर्ता यह दवा लोगों को अपने समक्ष खिलाएँगी। यह दवा खाली पेट नहीं खानी है
कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व एसीएमओ डॉ श्रीनिवास ने कहा कि किसी भी संदेश को जनमानस तक पहुंचाने में मीडिया की अहम भूमिका होती है। इसी उद्देश्य से फाइलेरिया एमडीए कार्यक्रम को लेकर मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि यह दवाएं पूरी तरह सुरक्षित हैं। इसके साथ ही सहयोगी संस्था पाथ, पीसीआई इंडिया, सीफार के प्रतिनिधियों ने भी फाइलेरिया मुक्त इटावा बनाने के लिए अपनी जन सहभागिता के रूप में प्रमुख भूमिका के संदर्भ में बताया। इस दौरान अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ बीएल संजय, डीपीएम संदीप दीक्षित, बीसीपीएम प्रभात बाजपेई अन्य स्वास्थ्य अधिकारी और सहयोगी संस्था पाथ, पीसीआई व जिला समन्वयक डा प्रीति पांडे सीफार के प्रतिनिधि मौजूद रहे।
इटावा से इमरान बेग की रिपोर्ट