बलौदाबाजार 26 अप्रैल 2022/कलेक्टर श्री डोमन सिंह के निर्देश पर जिले में विश्व मलेरिया दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए।इन कार्यक्रमो के माध्यम से लोगों को मलेरिया से बचाव और इलाज के संबंध में जागरूक किया गया।कोई भी बुखार मलेरिया हो सकता है। लापरवाही करने पर जान भी जा सकती है।ऐसे में बुखार आने पर त्वरित रूप से जांच और उपचार लेना चाहिए ।
जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एम पी महिस्वर ने बताया कि प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी 25 अप्रैल को पूरे जिले में राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम इकाई द्वारा विश्व मलेरिया दिवस पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया ।
जिले के सभी विकासखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य एवं वैलनेस केंद्रों द्वारा स्कूली विद्यार्थियों के बीच पोस्टर प्रतियोगिता ,नारा संदेश के माध्यम से लोगों में रोग के प्रति बचाव के लिए जागरूकता प्रसारित की गई । इस वर्ष विश्व मलेरिया दिवस का थीम ष्नवाचार के माध्यम से वैश्विक मलेरिया रोग के बोझ को कम करना एवं जीवन बचानाष् निर्धारित किया गया है ।
इस अवसर पर हुए विविध कार्यक्रम की जानकारी देते हुए जिला मलेरिया अधिकारी डॉ राकेश कुमार प्रेमी ने बताया कि जिले के सभी विकास खंडों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र,वैलनेस केंद्र एवं उप स्वास्थ्य केंद्र स्तर के चिकित्सा स्टाफ द्वारा ना केवल जागरूकता कार्यक्रम किए गए अपितु गांव में गड्ढों का समतलीकरण ,कूलरों की सफाई, पलारी के उप स्वास्थ्य केंद्र ससहा एवं खरतोरा तथा कसडोल के बहेराभाठा में ग्रामीण स्वास्थ्य संयोजकों द्वारा मच्छरदानी का मेडिकेशन भी किया गया ।
सरकार ने मलेरिया उन्मूलन के लिए वर्ष 2027 तक शून्य स्थानीय प्रकरण एवं 2030 तक पूरी तरह से उन्मूलन का लक्ष्य निर्धारित किया है ।
मलेरिया एक संक्रामक रोग है जो प्लाज्मोडियम नामक परजीवी से होता है जिसका वाहक मादा एनाफिलीज मच्छर है । यह मच्छर साफ किंतु रुके हुए पानी में पनपता है। अतः अपने आसपास के स्थानों पर यदि मच्छरों के पनपने पर नियंत्रण कर लिया गया तो मलेरिया रोग से बचा जा सकता है ।साफ-सफाई एवं मच्छरों के पनपने से रोकने से ना केवल मलेरिया बल्कि डेंगू ,चिकनगुनिया, फाइलेरिया जैसे संक्रामक रोगों से भी बचा जा सकता है । वर्ष 2021 में जिले में 167 मलेरिया के प्रकरण दर्ज किए गए जबकि इस वर्ष 2022 में अभी तक एक ही दर्ज हुआ है ।कंपकंपी के साथ तेज बुखार आना, सर में दर्द होना, उल्टी हो जाना, चक्कर आना यह मलेरिया के लक्षण है।इस स्थिति में त्वरित रूप से जांच करवा कर उपचार लेना आवश्यक है । मलेरिया का फेल्सीफेरम प्रकार अधिक खतरनाक होता है । शासन द्वारा मलेरिया की जांच एवं उपचार की व्यवस्था पूरी तरह से निशुल्क की गई है । गांव में मितानिन स्तर पर इसकी जांच की किट के साथ दवाइयां भी उपलब्ध हैं । इसके अतिरिक्त जिले में वर्ष 2021 में 22080 नग मेडिकेटेड मच्छरदानी कसडोल विकासखंड के सोनाखान, बफरा, बार ,देवपुर ,रीको कला एवं बिलाईगढ़ के दुर्ग उप स्वास्थ्य केंद्रों में मेडिकेटेड मच्छरदानी का वितरण किया गया इस वर्ष कीटनाशक का छिड़काव 16 अप्रैल से उप स्वास्थ्य केंद्र बार नवापारा में शुरू कर दिया गया है ।
आत्माराम ब्यूरो की रिपोर्ट