भारत tv24×7 न्यूज चैनल रिपोर्टर – सैफ अली
सनावल, 18 सितंबर 2024/ थाना सनावल पुलिस ने गौ हत्या के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है, जबकि दो अन्य आरोपी फरार हैं। गिरफ्तार आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त हथियार भी बरामद किए गए हैं। आरोपियों के खिलाफ अपराध क्रमांक 48/24 के तहत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
1. पीर मोहम्मद (45 वर्ष) – निवासी कोरवा पारा, डिंडो, थाना त्रिकुंडा
2. सलीम अंसारी (38 वर्ष) – निवासी कोरवा पारा, डिंडो, थाना त्रिकुंडा
3. आमिर अंसारी (20 वर्ष) – निवासी कोरवा पारा, डिंडो, थाना त्रिकुंडा
घटना का विवरण: 13 सितंबर 2024 की शाम को, ये तीनों आरोपी और उनके साथी जावेद अंसारी और इम्तियाज अंसारी मिलकर ग्राम चैनपुर के चोरपनिया बांध के पास एक बछड़े की हत्या कर गौ मांस को आपस में बांट रहे थे। हत्या के बाद, उन्होंने बछड़े की चमड़ी और अन्य अंगों को बांध के पानी में फेंक दिया।
रविवार की सुबह जब ग्रामीण जंगल में मवेशी चराने गए, तो उन्होंने बांध के पानी में बछड़े के अंगों को तैरते हुए देखा और पास में हत्या के निशान भी मिले। इस घटना की जानकारी गांव में तेजी से फैल गई।
पुलिस की कार्रवाई: 16 सितंबर को सूचना मिलने पर, निरीक्षक अजय साहू ने अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर जाकर सबूत इकट्ठा किए। पूछताछ में ग्रामीणों से पता चला कि इम्तियाज अंसारी ने कुछ दिन पहले बछिया खरीदी थी। उस दिन बछड़ा घर पर नहीं था और उसका रंग फेंकी गई चमड़ी से मेल खा रहा था।
जब पुलिस ने संदेहियों के घरों पर दबिश दी, तो आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की। पीर मोहम्मद ने कहा कि उन्होंने बछड़ा झारखंड बेच दिया है। लेकिन कड़ी पूछताछ के बाद, आरोपियों ने स्वीकार किया कि उन्होंने मिलकर बछड़े की हत्या की थी।
हथियार की बरामदगी: आरोपियों ने हत्या में प्रयुक्त चाकू और टंगिया को डिंडो के जंगल में छिपा दिया था। पुलिस ने मेमोरेंडम कथन के आधार पर इन हथियारों को बरामद किया। गिरफ्तार आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर रामानुज गंज जेल भेजा गया है।
फरार आरोपी: जावेद अंसारी और इम्तियाज अंसारी घटना के बाद से फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
विशेष भूमिका: इस पूरी कार्रवाई में निरीक्षक अजय साहू, उप निरीक्षक नवल किशोर दुबे, सहायक उप निरीक्षक गौटिया राम मरावी, और आरक्षक विजय सरुता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए त्वरित कार्रवाई की, जिससे स्थानीय समुदाय में पुलिस की छवि मजबूत हुई है।
इस मामले ने ग्रामीणों में चिंता पैदा की है और पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे फरार आरोपियों को जल्द पकड़ेगी।