आशा व कर्मचारियों ने अस्पताल से गायब किया नवजात
कैम्पियरगंज ।सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कैंपियरगंज के महिला विंग में शुक्रवार की रात प्रसव के लिए भर्ती एक प्रसूता के नवजात को पालन पोषण नही कर पाने की बात कहकर आशा व सीएचसी पर तैनात पुरूष चिकित्सा कर्मी ने नवजात को उठा ले गए ।और महिला अपने बच्चों को खोजती रही और रोती रही मामला खुलते व हंगामा बढ़ते देख रविवार को दिन में नवजात को कब्जे में लेने वाली महिला ने 48 घण्टे के बाद नवजात को प्रसूता के घर ले जाकर वापस कर दिया गया।
कैम्पियरगंज के जंगल बिहुली के डिहुलिया निवासी लालजी यादव पत्नी मीना देवी को डिलेवरी थी।शुक्रवार को 102 एम्बुलेंस से सीएचसी आयी। महिला विंग में भर्ती हुई। ड्यूटी पर तैनात स्टाफ नर्स ने भोर में महिला का प्रसव कराया और प्रसूता ने बच्ची को जन्म दिया। प्रसव कराकर स्टाफ नर्स अपने रूम पर चली गयी । उसी दौरान दूसरे गांव की आशा कार्यकत्री सुभावती व सीएचसी पर तैनात पुरूष चिकित्सा कर्मी ने प्रसूता से कहा तुम्हारे पास पहले से एक बेटा तीन बेटी मौजूद है । पाँचवे बेटी का पालन पोषण नही कर पाओगी । और प्रसूता के नीद आ गई उतने में नवजात को वहां से उठा ले गये।और प्रसूता का रो रो कर बुरा हाल हो गया और घर पहुंच कर कुछ लोगों को बताई । अस्पताल कर्मी और आशा सुभावती की मिली भगत से बच्ची को एक स्टाप नर्स के हाथों बेच देने की चर्चा हो रही है। जब घटना की जानकारी क्षेत्र में फैलने लगी और मीडिया को हुई तो मामला खुलता देख रविवार को 48 घंटे बाद बच्ची को पुन: उसकी मां को सौप दिया गया।
चिकित्साधीक्षक डा विनोद वर्मा ने कहा कि मैं अवकाश पर घर आया हूं ।मामला संज्ञान में आया है । पूरे प्रकरण की जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी ।
प्रसूता जंगल बिहुली पीपीगंज के डीहुलिया की रहने वाली है । 102 नम्बर की एम्बुलेंस प्रसूता को डीहुलिया से सीएचसी आयी थी ।
केपियरगंज से धर्मेंद्र साहनी कि रिपोर्ट