सत्यम पटेल प्रतापपुर
प्रतापपुर। गोंडवाना के वीरांगना महारानी दुर्गावती के 459 वां बलिदान दिवस पर ग्राम पंचायत धोन्धा के जनप्रतिनिधियों एवं युवाओं ने बड़ी धूम धाम से मनाया गया,इस अवसर पर राम प्रताप नेताम ने रानी दुर्गावती के शौर्य वीरता और उसके संघर्ष के बारे में बताया गया। की रानी दुर्गावती बचपन से ही अस्त्र-शस्त्र विद्या में रुचि रखती थीं उन्होंने अपने पिता के यहां घुड़सवारी, तीरंदाजी, तलवारबाजी, जैसे युद्वकलायो में महारत हासिल की।तीर धनुष से निशाने लगाने में बहुत उम्दा थीं और लगातार शिकार पर जाया करतीं थी,1542 में 18 साल की उम्र में दुर्गावती की शादी गोंड़ राजवंश के राजा संग्राम शाह के सबसे बड़े बेटे दलपत शाह के साथ हुई।मध्य प्रदेश के गोंडवाना क्षेत्र में रहने वाला गोंड़ वंशज 4 राज्यों पर राज करते थे- गढ़-मंडला देवगढ़, चन्दा और खेरला । दुर्गावती के पति दलपत शाह का अधिकार गढ़ मण्डला पर था।इस दौरान ग्राम पंचायत के सरपंच पति सन्तोष गुप्ता, विकास पटेल, सलमान पंच, बलवंत, राजकुमार,अलेश कुमार, चंद्रदीप कोर्चो, एवं ग्रामवासियों की उपस्थिति में बलिदान दिवस मनाया गया है।