इटावा मे 22 अगस्त को दीवाल गिरने से चार लोगों की मौत हो गयी थी. यह हादसा जब हुआ जब मनरेगा के तहत मजदूर नाली का निर्माण कर रहे थे. तभी अचानक दीवार गिर गई जिसके नीचे दबक 4 मजदूरों की मौत हो गई थी. प्रशासनिक अधिकारी मौके पर तो पहुंचे पीड़ित परिवार के घाव पर मरहम लगाने का कार्य किया.मरहम लगाने के बाद से अभी तक कोई भी अधिकारी पीड़ित परिवार का दुख जानने नहीं पहुंचा.वही आज समाजसेवी विजय प्रताप सिंह सेंगर आज मृतको के परिवार से मिले और उनका दुख जाना.
मृतक रामानंद की 22 अगस्त को दीवाल गिरने से मौत हो गई थी. मृतक रामानंद अपने परिवार का मजदूरी कर पालन पोषण करते थे. उनके मरने के बाद उनके परिवार बेसहारा हो चुका था.
वहीं मृतक रामानंद की पुत्री नैना ने मीडिया को बताया है कि आज उनके घर पर विजय प्रताप सिंह सेंगर पहुंचे थे उनके द्वारा हमारी पूरी पढ़ाई का खर्चा और शादी करने तक की जिम्मेदारी उन्होंने अपने ऊपर ली है. हमारे परिवार को कुछ धनराशि भी देकर गए हैं जिससे हमारे घर पर खाने पीने की सामग्री आ सके. हम विजय प्रताप सिंह सेंगर का तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं कि उनके द्वारा ऐसे दुख की घड़ी में उनके द्वारा हमारा साथ दिया गया.