जयोत्री अकैडमी परिवार के तत्वावधान में निःशुल्क कैंसर निदान शिविर का आयोजन
भरथना 6 जनबरी, “सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया।” के संकल्प को मूर्त रूप देते हुये कैंसर चिकित्सालय एवं शोध संस्थान ग्वालियर एवं जयोत्री अकैडमी परिवार के संयुक्त तत्वावधान में जयोत्री अकैडमी कैंपस में कैंसर निदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कैंसर चिकित्सालय एवं शोध संस्थान के संचालक एवं मध्य प्रदेश के जाने-माने वरिष्ठ ऑन्कोलॉजी सर्जन प्रो. डॉ. बी. आर. श्रीवास्तव एवं उनकी टीम द्वारा नगर और निकटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों से आये 98 मरीजों का निःशुल्क परीक्षण किया जिसमें 20 मरीज में कैंसर के लक्षण पाए गए उन्हें उचित परामर्श दिया गया।
इससे पूर्व कार्यक्रम का आरंभ जयोत्री अकैडमी के निदेशक डॉ नितिन पोरवाल, ओंकोलॉजिस्ट डॉ आर के जैन और प्रधानाचार्य योगेन्द्र मिश्रा ने माँ सरस्वती एवं नगर के प्रख्यात व्यवसायी एवं समाजसेवी स्व. जय गोपाल पोरवाल व गायत्री देवी पोरवाल के चित्रों पर माल्यार्पण एवं अखण्डदीप के प्रज्वलन के साथ किया।
इस अवसर पर कैंसर चिकित्सालय एवं शोध संस्थान, ग्वालियर के विशेषज्ञ डॉ. बी आर श्रीवास्तव की टीम के आगंतुक विशेषज्ञों डॉ. आर के जैन, डॉ. सीमा शिवहरे, डॉ. राजकुमार श्रीवास्तव, डॉ. संतोष कुमार एवं डॉ. संदीप शर्मा ने छात्रों एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए कैंसर के आरंभिक लक्षणो से अवगत कराया और कैंसर के विरुद्ध जागरूक होने पर ज़ोर देते हुए बताया कि मुँह, स्तन तथा सर्विक्स कैंसर को केवल शुरुआती दौर में ही हराया जा सकता है अतः हमें इनके लक्षणों से अवगत रहना चाहिए और उन्हें कभी भी अनदेखा नहीं करना चाहिये।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने आगंतुक विशेषज्ञों का स्वागत एवं आभार व्यक्त किया। विद्यालय के निदेशक डॉ. नितिन पोरवाल ने अपने उद्बोधन में कहा कि कैंसर चिकित्सालय एवं शोध संस्थान, ग्वालियर के चिकित्सक कैंसर जैसी घातक बीमारी के विरुद्ध पूरे समर्पण भाव से जंग लड़ रहे हैं बस ज़रूरत है शिक्षा और जागरूकता की, जिसे मुहैया कराने के लिये जयोत्री अकैडमी सदैव बचनबद्ध है जिससे सभी निरोगी और सुखी रह सकें। विद्यालय के संस्थापक और पूर्व चेयरमैन मनोज पोरवाल और नीता पोरवाल ने सभी चिकित्सकों का आभार व्यक्त करते हुये सभी लाभार्थियों को स्वस्थ जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम का संचालन बायोलॉजी के प्रवक्ता डॉ. योगेन्द्र यादव ने किया और इसे सफल बनाने में अमित तिवारी, राहुल यादव, अर्पित पोरवाल, जॉनसन, अदनान आदि शिक्षकों का विशेष योगदान रहा।
अतुल कुमार भरथना