कुसमी,12 सितंबर2024/ छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के आह्वान पर, आज विकासखंड कुसमी में एक मशाल रैली का आयोजन किया गया। यह रैली प्रांतीय निकाय के नेतृत्व में चरणबद्ध आंदोलन के तीसरे चरण का हिस्सा थी। रैली का उद्देश्य अपने चार सूत्रीय मांगों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाना था।
रैली का नेतृत्व तहसील संयोजक संजीव शर्मा और ब्लॉक संयोजक हरकेश भारती ने किया। इस दौरान, फेडरेशन के सदस्यों ने ज्ञापन सौंपते हुए निम्नलिखित प्रमुख मांगें प्रस्तुत कीं:
1. भाजपा के घोषणा पत्र के अनुसार, प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जनवरी 2024 से 4% महंगाई भत्ता दिया जाए। साथ ही, जुलाई 2019 से देय तिथि पर महंगाई भत्तों के एरियर्स राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में किया जाए।
2. भाजपा के घोषणा पत्र के अनुसार, प्रदेश के शासकीय सेवकों को चार स्तरीय समयमान वेतनमान प्रदान किया जाए।
3. केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता प्रदान किया जाए।
4. मध्य प्रदेश सरकार की भांति, प्रदेश के शासकीय सेवकों को अर्जित अवकाश नगदीकरण की सीमा 240 दिन से बढ़ाकर 300 दिन की जाए।
ज्ञापन कुसमी के अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) को सौंपा गया। इस रैली में फेडरेशन के कोषाध्यक्ष शशांक भूषण दुबे, लिपिक संघ के ब्लॉक अध्यक्ष सुनील प्रसाद सिन्हा, ब्लॉक अध्यक्ष संदीप बेक, जल संसाधन विभाग के ब्लॉक अध्यक्ष अनिल सिन्हा, मनीष सिन्हा, प्रेम शंकर यादव, दिनेश यादव, संतोष दुबे, नीलेश दुबे, अविनाश सिंह, सत्येंद्र दुबे, दयाशंकर यादव, उमेश गुप्ता, विकास जायसवाल, मुजीब रहमान, वीरभद्र कुमार, नासरीत मिज, सचिन जायसवाल, बसंत गुप्ता, संदीप कुमार, सौरभ गुप्ता, दीनू यादव, रुद्रेश्वर यादव, पटवारी संघ से धीरेंद्र उरमलिया, एसके बारी, चतुर्थ वर्ग कर्मचारी संघ के ब्लॉक अध्यक्ष नुरुल हक, कुलेश राम, अमरेश्वर पैकरा, मंगना राम, सुंदरू राम, और ताराचंद मिरी शामिल हुए।
रैली और ज्ञापन में सैकड़ों की संख्या में शिक्षक और मातृ शक्तियां भी शामिल थीं। इस सामूहिक प्रयास के माध्यम से कर्मचारियों ने अपने अधिकारों और मांगों को प्रमुखता से उठाया है।