इटावा जनपद में अवैध कालोनियों का निर्माण जोरों पर चल रहा है जिसको लेकर शासन प्रशासन मौन धारण किए हुए हैं अधिकारियों की बात की जाए तो अधिकारियों के पास पीड़ित कई बार फरियाद लगाने पहुंचते हैं लेकिन उनकी समस्या का समाधान नहीं होता जिसकी वजह से पीड़ित लगातार अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं वहीं अवैध कॉलोनियों की बात की जाए तो इटावा में दर्जनों भर अवैध कालोनियों का निर्माण अवैध रूप से किया जा रहा है,,
आशीष पटेल बताते हैं कि वह 20 तारीख को उनके द्वारा अपर जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र सौंप कर कार्रवाई की मांग की थी प्रार्थना पत्र में बताया गया था कि अवैध रूप से नांदिया धाम कॉलोनी का निर्माण किया जा रहा है,जिसको लेकर अपर जिला अधिकारी के द्वारा JE ओमकार को दिशा निर्देश दिए थे कि मौके पर जाकर जांच कर कार्रवाई करें, लेकिन 20 तारीख के बाद जेई ओमकार के द्वारा कोई भी कार्रवाई नहीं की गई, पीड़ित का कहना है कि वे लगातार ही अधिकारियों के चक्कर काट रहा है लेकिन समस्या का समाधान कोई भी अधिकारी करने को तैयार नहीं होता योगी सरकार की बात की जाए तो अवैध निर्माणों पर योगी सरकार का विंडोज यार हमेशा तैयार खड़ा रहता है इटावा में अवैध कालोनियों पर योगी सरकार का फील्ड हो जाएगा यह तो देखने की बात बनती ही है
बिना नक्शा विकसित-अभियंता
अवर अभियंता ओम प्रकाश ने बताया कि, इनके नक्शे स्वीकृत नहीं कराए गए हैं. भूमि इस्तेमाल भी नहीं बदलवाया गया है. साल 2018 में अवैध घोषित की गई आवासीय कॉलोनियों में भी प्लाट बेचे गए हैं. आरबीओ एक्ट 1958 की धारा 6 के अनुसार बिना नक्शा पास विकसित कॉलोनियों को अवैध घोषित किया गया हैं. इनके मालिकों को नोटिस जारी किए जा रहे हैं. यह भी जांच कराई जाएगी कि अवैध घोषित होने के बाद वहां कितने प्लाटों की रजिस्ट्री की गई.शासन के आदेश के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. ये कालोनियां अवैध घोषित हैं.
बनाने के लिए क्या करना होता है
अवर अभियंता ने बताया कि कॉलोनी का नक्शा पास कराने के लिए महायोजना 2001 लागू है. कॉलोनी बनाने के लिए लेआउट जमा कार्यालय में जमा करना होता है. कॉलोनी में नाली, गली, बिजली, पार्क आदि की जानकारी लेआउट में होना जरूरी है. लैंड यूज चेंज कराना होता है. कॉलोनी में कुल भूमि का 10 प्रतिशत भाग पार्क के लिए छोड़ना होता है, 30 फीट सड़क, जल निकासी के लिए नालियों की व्यवस्था, विद्युतीकरण जैसी मुख्य चीजें लेआउट में दर्शायी जानी होती हैं.