भारत tv24×7 न्यूज चैनल रिपोर्टर – सैफ अली
बलरामपुर,17 अक्टुबर 2024/ सूरजपुर में हुए दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश हो गया है। पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपी कुलदीप साहू के साथ चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस बात की जानकारी सरगुजा के आईजी अंकित गर्ग ने दी। हत्याकांड में तालिब शेख, जो एक पुलिसकर्मी हैं, उनकी पत्नी और बेटी की निर्मम हत्या की गई थी।
घटना का विवरण बताते हुए आईजी अंकित गर्ग ने कहा कि यह मामला तब शुरू हुआ जब रविवार को सूरजपुर के चौपाटी में कुलदीप साहू ने पुलिसकर्मी तालिब शेख से बहस की। कुलदीप ने यह कहते हुए गुस्सा किया कि “तुम्हारी पुलिस मेरा जीना हराम कर रखी है।” इस पर तालिब शेख ने जवाब दिया, “मैं तो एक आरक्षक हूं, वरिष्ठ अधिकारी जो कर रहे होंगे, मुझे क्या पता।” गुस्से में आकर कुलदीप ने पास की एक होटल में कढ़ाई में रखा खौलता तेल तालिब पर फेंक दिया, जिससे वह गंभीर रूप से जल गया। इसके बाद तालिब को इलाज के लिए अंबिकापुर रेफर किया गया।
तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या के मामले में पुलिस ने तेजी से कार्रवाई शुरू की। इस दौरान पुलिस ने कुलदीप के खिलाफ मामला दर्ज किया और उसकी तलाश शुरू की। सूचना के अनुसार, कुलदीप एक कार में छिपा हुआ था और उसने पैदल खोजबीन कर रहे पुलिस वालों पर गाड़ी चढ़ाने की कोशिश की। इस बीच, उसने प्रधान आरक्षक तालिब शेख के किराए के मकान का दरवाजा तोड़कर अंदर घुसने की कोशिश की।
जब तालिब शेख की पत्नी ने अपने पति को फोन किया, तब बात नहीं हो पाई, जिससे तालिब को चिंता हुई। उन्होंने तुरंत घर की ओर रुख किया और जब वहां पहुंचे, तो देखा कि घर में खून फैला हुआ है और उनकी पत्नी और बेटी घर पर नहीं हैं। तालिब ने घर के बाहर एक चाकू भी देखा। पुलिस ने जब खोजबीन की, तो दोनों महिलाओं की लाश शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर मिली।
इस मामले में गिरफ्तार किए गए अन्य आरोपी हैं:
1. आर्यन विश्वकर्मा पिता संजय विश्वकर्मा
2. फूलसिंग पिता गणपत सिंह
3. चंद्रकांत चौधरी पिता शिवप्रसाद चौधरी
4. सूरज साहू पिता राजाराम साहू
आईजी अंकित गर्ग ने कहा कि इन सभी आरोपियों ने मिलकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया। पुलिस की सक्रियता और प्रधान आरक्षक तालिब शेख की सजगता ने इस मामले में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
यह घटना पूरे इलाके में दहशत का माहौल बना रही है। पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की, जिससे जनता में विश्वास पुनर्स्थापित हो सके। इस हत्याकांड ने यह साबित कर दिया कि अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है, और पुलिस किसी भी अपराधी को नहीं छोड़ेगी।
हालांकि, इस दुखद घटना ने पुलिसकर्मियों के परिवारों में भी चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। तालिब शेख की पत्नी और बेटी की हत्या ने समाज में सुरक्षा के मुद्दे को एक बार फिर से उजागर किया है। पुलिस अधिकारियों ने यह भी बताया कि वे सभी सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने का प्रयास कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचा जा सके।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुख्य आरोपी कुलदीप साहू का आपराधिक इतिहास भी रहा है, जिससे उसकी गतिविधियों पर नजर रखना आवश्यक हो गया था। मामले की जांच अभी जारी है, और पुलिस अन्य संभावित आरोपियों की तलाश में जुटी है।
इस मामले ने साबित किया है कि समाज में बढ़ते अपराधों के खिलाफ प्रशासन कितनी तत्परता से काम कर रहा है। पुलिस की कोशिश है कि इस तरह के अपराधियों को जल्द से जल्द सजा दिलाई जाए ताकि समाज में एक सुरक्षित वातावरण बना रहे।