भारत tv24×7 न्यूज चैनल रिपोर्टर – सैफ अली
जिला कलेक्टर श्री राजेंद्र कटारा ने संयुक्त जिला कार्यालय भवन में राजस्व अधिकारियों की एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की, जिसमें राजस्व प्रकरणों के त्वरित और उचित निराकरण को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में कलेक्टर ने राजस्व मामलों को आम जनता के हितों से जुड़ा हुआ बताते हुए अधिकारियों से अपेक्षा की कि वे संवेदनशीलता और तत्परता के साथ इन प्रकरणों का समय-सीमा में समाधान सुनिश्चित करें।
बैठक में जिला कलेक्टर ने तहसीलवार राजस्व प्रकरणों के लंबित मामलों की समीक्षा की और अधिकारियों को आदेश दिया कि सभी लंबित प्रकरणों को प्राथमिकता देते हुए निर्धारित समय सीमा के भीतर उनका समाधान किया जाए। उन्होंने विशेष रूप से जनहानि आरबीसी 6-4 से संबंधित प्रकरणों के त्वरित निराकरण की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि प्रभावित परिवारों को शीघ्र राहत मिल सके। कलेक्टर ने यह भी कहा कि राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को किसी भी स्थिति में आम जनता को परेशान नहीं होने देना चाहिए, और सभी को अपने कर्तव्यों का सही तरीके से पालन करना चाहिए।
कलेक्टर श्री कटारा ने यह भी निर्देश दिए कि राजस्व विभाग के सभी कार्यों को समय पर पूरा करने के लिए पूरी टीम को पूरी तरह से समर्पित होना चाहिए। बैठक में उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कि सभी प्रकरणों का त्वरित समाधान हो, विभिन्न विभागों के अधिकारियों को मिलकर काम करने की दिशा में काम करने को कहा।
विभिन्न प्रकार के प्रकरणों पर चर्चा
बैठक के दौरान कलेक्टर ने राजस्व विभाग से जुड़े विभिन्न प्रकरणों की विस्तृत समीक्षा की। इनमें भू-अर्जन, सीमांकन, बंदोबस्त, नामांतरण, बंटवारा, अतिक्रमण, और न्यायालयीन मामलों को प्राथमिकता दी गई। इन सभी मामलों की प्रगति पर कलेक्टर ने अधिकारियों से स्थिति रिपोर्ट मांगी और यह सुनिश्चित करने के लिए कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए कि किसी भी प्रकरण में देरी न हो।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि हर प्रकरण की निष्पक्ष और समयबद्ध जांच होनी चाहिए, ताकि किसी को भी नुकसान न पहुंचे और आम जनता को उनके अधिकार समय पर मिल सकें। विशेष रूप से जनहानि के मामलों में तेजी से निर्णय लेने की आवश्यकता पर बल दिया गया ताकि प्रभावित व्यक्तियों को तुरंत राहत मिल सके।
अधिकारियों को सख्त निर्देश
कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि वे अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी ईमानदारी और तत्परता से करें। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरणों का निराकरण आम जनता के जीवन की गुणवत्ता से जुड़ा हुआ है, और इस प्रक्रिया में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी याद दिलाया कि राजस्व विभाग की कार्यवाही का सीधा असर स्थानीय समुदाय पर पड़ता है, और इस कारण से अधिकारियों को अपनी जिम्मेदारियों को पूरी गंभीरता से लेना चाहिए। उन्होंने बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का आग्रह किया कि कोई भी व्यक्ति या परिवार राजस्व प्रकरणों के समाधान में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करें।
समीक्षा बैठक में शामिल अधिकारी
बैठक में अपर कलेक्टर श्री इंद्रजीत बर्मन, डिप्टी कलेक्टर, सर्व अनुविभागीय अधिकारी राजस्व, तहसीलदार, नायब तहसीलदार और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। इस दौरान कलेक्टर ने सभी अधिकारियों से भविष्य में होने वाली समीक्षा बैठकों में बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद जताई और इस बात पर जोर दिया कि विभाग के कामकाज में कोई भी ढिलाई नहीं होनी चाहिए।
कलेक्टर श्री कटारा ने कहा कि किसी भी राजस्व प्रकरण के समाधान में कोई भी व्यक्ति यदि किसी प्रकार की समस्या महसूस करता है तो उसे तुरंत अधिकारियों से संपर्क करना चाहिए, ताकि तत्काल समाधान किया जा सके। उन्होंने अधिकारियों से आग्रह किया कि वे जनसमूह के साथ संवाद स्थापित करें और उनकी समस्याओं को समय पर हल करें, जिससे जनता का विश्वास राजस्व विभाग पर मजबूत हो।
आगे की रणनीति और निर्देश
बैठक के अंत में कलेक्टर ने आगामी दिनों में विभाग के कार्यों को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए अधिकारियों को रणनीतिक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने राजस्व विभाग के सभी अधिकारियों को प्रशिक्षण देने, प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल बढ़ाने और प्रकरणों की समीक्षा प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने पर जोर दिया। इस दिशा में सुधार लाने के लिए एक नियमित निगरानी तंत्र स्थापित करने की भी योजना बनाई गई।
कलेक्टर ने कहा कि विभाग की कार्यप्रणाली में सुधार करने के लिए तकनीकी संसाधनों का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे कामकाजी प्रक्रिया में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ सके। इस प्रकार, यह बैठक राजस्व विभाग के कार्यों में सुधार और जनहित के लिए तत्परता को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई।