भारत tv24×7 न्यूज चैनल रिपोर्टर – सैफ अली
बलरामपुर 02 अक्टुबर 2024 छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के बलरामपुर जिले के राजपुर में एक दिवसीय प्रवास के दौरान युवा कांग्रेस और NSUI द्वारा आईना भेंट कर विरोध प्रदर्शन करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन मुख्यमंत्री के स्वागत से पहले ही युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बृजेश यादव, प्रदेश उपाध्यक्ष मुजस्सम नजर, महासचिव पूर्णिमा सेमरिया, सचिव नीरज तिवारी, NSUI जिलाध्यक्ष रूपेश यादव और अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने उनके घरों से गिरफ्तार कर लिया।
युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष बृजेश यादव ने कहा, “हम सभी कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से माननीय मुख्यमंत्री जी को आईना भेंट कर जिले और प्रदेश की वर्तमान स्थिति के बारे में बताना चाहते थे। लेकिन हमें गिरफ्तार कर लिया गया, जो बेहद शर्मनाक है।” उन्होंने आगे कहा कि युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से भाजपा सरकार की नाकामियां छुप नहीं सकतीं।
युवा कांग्रेस ने आरोप लगाया कि पिछले दस महीने में भाजपा सरकार ने प्रदेश की जनता को त्रस्त कर दिया है। उन्होंने कहा, “छत्तीसगढ़ अब छत्तीसगढ़ नहीं रहा, यह अपराध गढ़ बन चुका है। हत्या, चोरी, डकैती, रेप और चाकूबाजी की घटनाएं आम हो गई हैं, जिससे जनता में भय का माहौल है।”
बलरामपुर जिले की जनता को बदहाल सड़कें और लचर विद्युत व्यवस्था का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन इस स्थिति का सुधार करने वाला कोई नहीं है। यादव ने कहा कि पुलिस की गिरफ्तारी का डर दिखाकर युवा कांग्रेसियों को नहीं डरा सकती। “यह विष्णु देव साय जी की सरकार की असफलता का संकेत है। यदि मुख्यमंत्री जी प्रदेश को संभाल नहीं पा रहे हैं, तो उन्हें नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।”
युवा कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष मुजस्सम नजर, ने चेतावनी दी कि वे इस तरह के दमनकारी रवैये के खिलाफ आगे भी आवाज उठाते रहेंगे। उन्होंने मांग की सरकार जनता की समस्याओं का समाधान करे और युवाओं की आवाज को सुनें।
इस घटना ने छत्तीसगढ़ की राजनीतिक स्थिति को और भी गर्म कर दिया है। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया कि वे डरने वाले नहीं हैं और अपने अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करते रहेंगे। उनका यह कदम दर्शाता है कि युवा कांग्रेस अपनी जिम्मेदारियों को निभाने के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी दमन के खिलाफ खड़ी रहेगी।
छत्तीसगढ़ की जनता अब सरकार से सवाल पूछ रही है कि आखिर कब तक ये स्थिति बनी रहेगी। प्रदेश की राजनीति में यह घटना एक नई चर्चाओं का विषय बन गई है और यह संकेत देती है कि आगामी दिनों में राजनीतिक गतिविधियाँ और भी तेज होंगी।