भारत tv24×7 न्यूज चैनल रिपोर्टर – सैफ अली
बलरामपुर, 20 नवम्बर 2024/ शासन के निर्देशानुसार, खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए धान खरीदी की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इस दौरान जिला प्रशासन ने अवैध धान के परिवहन और संग्रहण पर कड़ी नजर रखने के निर्देश दिए हैं। विशेष रूप से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि धान खरीदी केवल वास्तविक किसानों से ही हो और किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को सख्ती से रोका जाए। प्रशासन ने किसानों के लिए उपार्जन केन्द्रों पर सभी जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की हैं ताकि वे आसानी से अपने उत्पाद बेच सकें।
इसी कड़ी में बलरामपुर के रामानुजगंज उपमंडल के अनुविभागीय अधिकारी श्री देवेंद्र प्रधान के नेतृत्व में राजस्व विभाग की टीम ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 125 बोरी अवैध धान जब्त किया है। यह धान उत्तरप्रदेश से अवैध तरीके से लाया जा रहा था, जिसके संबंध में दोनों वाहन चालकों के पास कोई वैध दस्तावेज नहीं थे और वे संतोषजनक उत्तर भी नहीं दे पाए।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सुबह करीब 5 बजे त्रिशूली निवासी संजय गुप्ता और उनके वाहन चालक सिकेन्द्र के द्वारा पिकअप वाहन क्रमांक यूपी 64 एटी 5584 में 60 बोरी अवैध धान लाया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर, ग्राम सिलाजु के निवासी देवकुमार और उनके वाहन चालक जमुना प्रसाद के द्वारा पिकअप क्रमांक यूपी 64 बीटी 3354 में 65 बोरी अवैध धान लाया जा रहा था। दोनों वाहन पचावल मोड़ पर राजस्व विभाग की टीम द्वारा रोके गए, जहां जांच के दौरान इन दोनों वाहन चालकों ने धान के संबंध में कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए और न ही संतोषजनक जवाब दिए।
इसके बाद, दोनों पिकअप वाहनों और अवैध धान को जब्त कर लिया गया और संपूर्ण मामले की जांच के लिए सनावल थाना में सुपुर्द कर दिया गया है। इस कार्रवाई से बलरामपुर जिले में अवैध धान की तस्करी और बिचौलियों की गतिविधियों को लेकर प्रशासन की सख्ती साफ झलकती है। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष निगरानी दल गठित किया है, जो पूरे जिले में अवैध धान की आवक पर नजर रखेगा और किसी भी प्रकार की तस्करी को रोकने के लिए कठोर कार्रवाई करेगा।
अवैध धान के व्यापार को रोकने और किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रशासन ने नागरिकों से भी अपील की है। जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से यह अनुरोध किया है कि यदि वे किसी भी प्रकार की अवैध धान तस्करी या अनियमितता को लेकर कोई जानकारी रखते हैं, तो वे तुरंत शिकायत दर्ज कराएं। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि शिकायतकर्ता की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े।
बलरामपुर जिले में अवैध धान के व्यापार को रोकने के लिए लगातार सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिले के कई उपार्जन केंद्रों पर जांच टीम की तैनाती की गई है, ताकि वास्तविक किसानों से ही धान खरीदी की जा सके और बिचौलियों और तस्करों की भूमिका को खत्म किया जा सके। जिला प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए यह भी साफ किया है कि किसी भी स्थिति में धान की अवैध तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और इस पर त्वरित कार्रवाई की जाएगी।
इस तरह की सख्त कार्रवाई से यह संकेत मिलते हैं कि बलरामपुर जिले में किसानों की सही तरीके से मदद की जाएगी और अवैध तस्करों और बिचौलियों के खिलाफ प्रशासन का शिकंजा और भी कड़ा होगा। प्रशासन की इस पहल से जिले में धान खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता आएगी और किसानों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिलेगा।